
शिव से श्रोडिंगर, त्रिक शैव दर्शन की शिक्षाओं और आधुनिक क्वांटम भौतिकी की खोजों के साथ उनके उल्लेखनीय समन्वय की एक रहस्यमयी यात्रा पर ले जाती है। यह विचारोत्तेजक पुस्तक दर्शाती है कि इस प्राचीन आध्यात्मिक परंपरा की गहन अंतर्दृष्टि क्वांटम यांत्रिकी की अत्याधुनिक दुनिया से उभरने वाली अवधारणाओं से आगे और समानांतर कैसे है। स्पष्टता और गहराई के साथ, लेखक मृत्युंजय गुहा मजूमदार बताते हैं कि कैसे त्रिक शैव दर्शन ने उन कई महत्त्वपूर्ण खोजों का पूर्वानुमान लगाया था जिन्हें आधुनिक भौतिक विज्ञानी अब समझने लगे हैं। वह प्राचीन अध्यात्म और समकालीन विज्ञान, दोनों के मर्म में उतरकर बताते हैं कि कैसे अद्वैत और अस्तित्व के अंतर्संबंध और अलगवा जैसी अवधारणाएँ नवीनतम वैज्ञानिक सिद्धांतों के साथ शक्तिशाली रूप से प्रतिध्वनित होती हैं। शिव से श्रोडिंगर, प्राचीन ज्ञान और समकालीन अंतर्दृष्टि के बीच एक सेतु मात्र नहीं है; यह हमारे ब्रह्मांड और स्वयं की गहरी समझ के मार्ग को प्रकाशित करने वाला एक प्रकाशस्तंभ है। इसलिए, चाहे आप आध्यात्मिक अन्वेषण या वैज्ञानिक खोज की ओर आकर्षित हों, यह पुस्तक एक परिवर्तनकारी परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत करती है, जो ज्ञान के लिए आपकी समकालीन खोज को समृद्ध करेगी।
Imprint: Penguin Swadesh
Published: Oct/2025
ISBN: 9780143477389
Length : 264 Pages
MRP : ₹399.00