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Soya Hua Shahar/सोया हुआ शहर

Soya Hua Shahar/सोया हुआ शहर

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आचार्य चतुरसेन की सम्पूर्ण कहानियों को पाँच भागों में प्रकाशित करने के सिलसिले की यह चौथी कड़ी है। उनकी कहानियाँ विविध विषयों में फैली हुई हैं। ‘सोया हुआ शहर’ में यह विभाजन इस प्रकार है – सोया हुआ शहर, ताज मुगलकालीन।
• दे ख़ुदा की राह पर, कमल किशोर, सुखदान सामाजिक।
• शर्मा जी, पंडित छोटेलाल, चैधरी संस्मरणात्मक।
• जापानी दासी, तिकड़म, चिट्ठी की दोस्ती कौतुक प्रधान।
• राजा साहब के प्राइवेट सेक्रेटरी, राजा साहब की कुतिया, राजा साहब की पतलून सामंतकालीन।
• चैथी भांवर, घोड़ी का मोल – तोल, राज्यों की चैसर वीरता प्रधान।
• हैदरअली, विश्वासघात, दिल्ली दरबार में शिवाजी राजे ऐतिहासिक।
• कैदी, दियासलाई की डिबिया, अब्बाजान, मनुष्य का मोल भावप्रधान।
• जीजाजी, प्लेंचेट, दण्ड, सविता, रोगी – परीक्षा समस्याप्रधान।
• बहन तुम कहाँ, मैं तुम्हारी आँखों को नहीं, तुम्हें चाहता हूँ पारिवारिक।  

Imprint: Hind Pocket Books

Published: Aug/2023

ISBN: 9780143462019

Length : 272 Pages

MRP : ₹250.00

Soya Hua Shahar/सोया हुआ शहर


आचार्य चतुरसेन की सम्पूर्ण कहानियों को पाँच भागों में प्रकाशित करने के सिलसिले की यह चौथी कड़ी है। उनकी कहानियाँ विविध विषयों में फैली हुई हैं। ‘सोया हुआ शहर’ में यह विभाजन इस प्रकार है – सोया हुआ शहर, ताज मुगलकालीन।
• दे ख़ुदा की राह पर, कमल किशोर, सुखदान सामाजिक।
• शर्मा जी, पंडित छोटेलाल, चैधरी संस्मरणात्मक।
• जापानी दासी, तिकड़म, चिट्ठी की दोस्ती कौतुक प्रधान।
• राजा साहब के प्राइवेट सेक्रेटरी, राजा साहब की कुतिया, राजा साहब की पतलून सामंतकालीन।
• चैथी भांवर, घोड़ी का मोल – तोल, राज्यों की चैसर वीरता प्रधान।
• हैदरअली, विश्वासघात, दिल्ली दरबार में शिवाजी राजे ऐतिहासिक।
• कैदी, दियासलाई की डिबिया, अब्बाजान, मनुष्य का मोल भावप्रधान।
• जीजाजी, प्लेंचेट, दण्ड, सविता, रोगी – परीक्षा समस्याप्रधान।
• बहन तुम कहाँ, मैं तुम्हारी आँखों को नहीं, तुम्हें चाहता हूँ पारिवारिक।  

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